यह हमारे ऊपर है कि हम क्या अच्छा क्या बुरा सीखना चाहते हैं ! यह हमारे ऊपर है कि हम क्या अच्छा क्या बुरा सीखना चाहते हैं !
सर्दी का मौसम और रुहानी शाम गर्म चाय की प्याली और उनका साथ। सर्दी का मौसम और रुहानी शाम गर्म चाय की प्याली और उनका साथ।
ये शाम नहीं मंत्र मुग्ध करते लम्हों की कशिश है। ये शाम नहीं मंत्र मुग्ध करते लम्हों की कशिश है।
सुबह की भोर वो सूरज की बाँहों में हम घिरे महकती जुल्फों में तुम हमारे उलझे। सुबह की भोर वो सूरज की बाँहों में हम घिरे महकती जुल्फों में तुम हमारे उलझे।
मानव जीवन में गलती मानव जीवन में गलती
जिस को प्रेम कहूँ या चाहत, सोचो क्या नाम दूं तेरा। जिस को प्रेम कहूँ या चाहत, सोचो क्या नाम दूं तेरा।